लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में 14 स्वास्थ्य केंद्रों के अधीक्षकों ने बुधवार को प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों पर कथित तौर पर उनका उत्पीड़न करने और उनके साथ गलत व्यवहार का आरोप लगाते हुए अपने पदों से हटने की पेशकश की.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि भारत में जन स्वास्थ्य एवं सामाजिक उपायों के पालन में कमी भी वर्तमान हालात के लिए ज़िम्मेदार रही. दक्षिण पूर्वी एशिया में कोरोना वायरस के कुल मामले और मौतों में भारत की 95 एवं 93 फ़ीसदी हिस्सेदारी है. वहीं यदि वैश्विक स्तर पर देखें तो 50 फ़ीसदी मामले और 30 फ़ीसदी मौतें भारत में हो रही हैं.
कुशीनगर से बीजेपी विधायक जटाशंकर त्रिपाठी ने कोई सैंपल नहीं दिया, फिर भी गोरखपुर डिप्टी सीएमओ ने फोन कर बताया कि 7 मई को दिए सैंपल में वह पॉजिटिव मिले हैं। इसके पहले इन्हीं विधायक को 24 घंटे में ही पॉजिटिव और निगेटिव, दोनों बताने का कारनामा हो चुका था।
बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा अधिकारियों को ऑक्सीजन की कमी से मरीज़ों की मौत न होने की बात सुनिश्चित करने के निर्देश के एक दिन बाद गोवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन का दबाव कम होने के चलते पंद्रह मरीज़ों की जान चली गई. इससे पहले यहां कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी या ऑक्सीजन आपूर्ति में बाधा के चलते 48 घंटे में 47 कोरोना मरीज़ों की मौत हुई थी.
देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है। बीते 24 घंटे में भी भारत में कोरोना वायरस के कुल 3.43 लाख केस दर्ज किए गए हैं, जो हाल ही के दिनों में कुछ कम हैं। लेकिन चिंता की बात ये है कि अभी भी मौतों का आंकड़ा चार हजार के करीब ही है।
भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (बीएमएचआरसी) में पुराना भोपाल के काजी कैंप में रहने वाली 43 वर्षीय महिला को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। महिला से छह अप्रैल को अस्पताल के वार्ड बॉय ने दुष्कर्म किया।
कोरोना वायरस की ताजा लहर कितनी घातक है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले दो दिन में ही भारत में चार लाख से अधिक केस सामने आए गए हैं और दो हजार से अधिक लोगों की मौत दर्ज की गई हैं। गुरुवार को भी देश में 2 लाख से ज्यादा केस आए थे।
लखनऊ के भैंसाकुंड श्मशान घाट में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। खबर के मुताबिक यहां जब एक परिवार को अपने रिश्तेदार के शव का अंतिम संस्कार करने की जगह नहीं मिली, तो एक चबूतरे पर ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया। प्लास्टिक शेड के नीचे ही चिता को मुखाग्नि दे दी जिससे बड़ा हादसा होते होते टल गया।
हरिद्वार कुंभ की शुरुआत से लेकर अब तक उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में 8814 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इस बीच कोरोना संक्रमण को लेकर अखाड़ों ने एक दूसरे पर आरोप लगाने शुरु कर दिए हैं।
गुजरात हाईकोर्ट ने राज्य में कोविड-19 की स्थिति और लोगों की समस्याओं पर स्वत: संज्ञान लेते हुए दायर जनहित याचिका को सुनते हुए कहा कि राज्य सरकार ने जितनी चाहिए थी, उतनी सतर्कता नहीं बरती. अदालत ने राज्य सरकार के बेड की उपलब्धता, जांच सुविधा, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन संबंधी दावों पर भी आशंका जताई है.