नियमानुसार सोनिया गांधी का कार्यकाल पूरा होने से पहले कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाकर पार्टी को नया अध्यक्ष चुनना होगा और इसकी जानकारी चुनाव आयोग को देनी होगी। यदि ऐसा नहीं होता तो चुनाव आयोग इसमें दखल दे सकता है।
निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस को नोटिस भेजकर राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर जानकारी मांगी है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगस्त माह के पहले सप्ताह में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई जा सकती है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के ख़राब प्रदर्शन के बाद तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस नेताओं द्वारा राहुल गांधी को अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए मनाने की कोशिश की गई लेकिन राहुल को मनाने की तमाम कोशिशें व्यर्थ हो गयीं थीं।
अपने इस्तीफे को लेकर राहुल गांधी लगातार कहते रहे कि वे अपने इस्तीफे पर कायम हैं और अंततः उन्होंने अपना इस्तीफा वापस नहीं लिया। अब देखना है 10 अगस्त से पहले कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी अध्यक्ष पद की ज़िम्मेदारी के लिए किसे चुना जाता है।
ये कयास इसलिए भी लगाए जा रहे हैं क्यों कि सोनिया गांधी स्वास्थ्य कारणों से पार्टी अध्यक्ष पद का कामकाज का दायित्व लंबे समय तक नहीं संभाल सकतीं। वहीँ इस वर्ष बिहार विधानसभा और मध्य प्रदेश में 24 सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी नए अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया को अधिक समय तक नहीं टाल सकती।