ईसीबी ने तो कुछ फ्रेंचाइजी से यहां तक कह दिया है कि उनकी ओर से स्टेडियमों में 50 प्रतिशत दर्शकों की मौजूदगी के प्रयास किए जाएंगे। इसमें क्रिकेटरों को किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। अगर आईपीएल में दर्शकों की मौजूदगी संभव बन गई तो फ्रेंचाइजी और बीसीसीआई को लगभग 250 करोड़ रुपये की गेट मनी के नुकसान से बचाया जा सकेगा। इस गेट मनी से प्रत्येक फ्रेंचाइजी के हिस्से में 15 से 20 करोड़ रुपये आते हैं।
जोखिम मोल लेकर नहीं बुलाएंगे दर्शक
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने अमर उजाला से खुलासा किया कि बोर्ड चाहता है कि आईपीएल में दर्शक मौजूद रहें, लेकिन ऐसा किसी खतरे को मोल लेकर नहीं किया जाएगा। इस दिशा में बातचीत जारी है।
स्थितियां सामान्य रहीं तो हर हालत में आईपीएल में दर्शकों की संभावनाएं तलाशी जाएंगी, लेकिन इस पर अभी लंबी बातचीत होना बाकी है। इसका अंतिम फैसला यूएई सरकार को करना है। सितंबर से ही दुबई में खेल गतिविधियां शुरू होने वाली हैं। इनमें भी दर्शक आएंगे।
इसी को ध्यान में रखते हुए यूएई बोर्ड दर्शकों को आमंत्रित करने के लिए और भी उत्साहित है। यूएई में करीब 59 हजार कोरोना के मामले सामने आए हैं और उनमें से 51 हजार ठीक भी हो चुके हैं।