लगता है उत्तर प्रदेश के अपराधियों में कानून का डर नहीं रह गया है। योगी राज में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। पुलिस और कानून का जरा भी उन में डर नहीं रह गया है। हर दिन अपहरण और हत्या की वारदातें हो रही है। एक दिन भी गुजरता नहीं है कि एक नया मामला सुर्खियों में आ जाता है। ताजा मामला सीएम योगी आदित्यनाथ के इलाके गोरखपुर का है। पिपराइच इलाके से रविवार को छठवीं के छात्र की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई है। सोमवार की शाम पोटलिया गांव के पास से पुलिस ने उसके शव को बरामद कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को हिरासत में लिया है। उन लोगों की निशानदेही पर शव को बरामद किया गया है।
गांव के पास नहर से किशोर का शव मिला है। हैरानी की बात यह है कि अगवा युवक की हत्या के बाद गांव के ही चार युवक फिरौती की रकम मांग रहे थे। बता दें कि पिपराइच इलाके के जंगल छत्रधारी, टोला मिश्रौलिया से रविवार को पांचवीं के छात्र बलराम गुप्ता को अगवा कर एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई थी। परिजनों के सूचना देने के बाद बच्चे की तलाश में पिपराइच पुलिस और क्राइम ब्रांच के साथ ही एसटीएफ भी लगी हुई थी। घटना के बाद से गांव में एहतियतन कई थाने की पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। दूसरी तरफ पुलिस ने बरामद किशोर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
जंगल छत्रधारी गांव के मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्त, घर में ही किराने की दुकान चलाते हैं साथ ही जमीन के कारोबार से भी जुड़े हैं। उनका बेटा बलराम दिन में 12 बजे के आसपास खाना खाने के बाद टी शर्ट और पैंट पहनकर दोस्तों के साथ खेलने निकला और घर नहीं लौटा। तीन बजे महाजन गुप्त के मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। दूसरी तरफ से बोलने वाले ने उन्हें बताया कि बलराम का अपहरण का लिया गया है। उसे छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपये का इंतजाम कर लो अगली फोन रकम कब और कहां पहुंचानी है बताई जाएगी। इतना कहने के बाद उसने फोन काट दिया। मृतक किशोर के पिता का कहना है कि उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं थी।