परिवार का कहना है कि उसको (पीड़िता) चुपके से जला दिया गया। अब हम लोगों को जहर दे दो।
उत्तर प्रदेश हाथरस कांड अभी ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है। चारों आरोपियों ने पत्र भेजकर अपने को बेकसूर बताया है। इसके बाद पीड़ित परिवार ने प्रतिक्रिया दी है। परिवार का कहना है कि उसको (पीड़िता) चुपके से जला दिया गया। अब हम लोगों को जहर दे दो। एसपी हाथरस के नाम आरोपियों का पत्र वायरल होने के बाद पीड़ित परिवार ने मीडिया से बाचीत करते हुए कहा कि अब तो हमारे खिलाफ साजिशों का दौर शुरू हो गया है, यह सब सुनाने से बेहतर है कि हमको जहर दे दिया जाए। पीड़िता की भाभी, मां और पिता ने कहा कि हमारे खिलाफ साजिश की जा रही है। भाभी ने कहा कि उसको (पीड़िता) तो जिला और पुलिस प्रशासन ने चुपके से जला दिया। अब हम लोगों को जहर दे दो।
पीड़िता के पिता ने कहा कि हमारे खिलाफ तो लगातार साजिश रची जा रही है। अब पत्र के रूप में एक और बड़ा झूठ सामने आया है। हमारे ऊपर तो रोज आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। उन्होंने साफ कहा कि चार में से किसी भी आरोपी से उनकी कभी भी बात नहीं हुई है। न तो इनमें से किसी की भी हमारे लड़के से दोस्ती है। यह चारों तो आतंकी टाइप के हैं, इनसे भला कौन दोस्ती करेगा। इनमें से किसी का भी हमारे घर क्या, घर के आसपास भी आना-जाना नहीं था।
मृत युवती के पिता ने कहा कि चार में से एक आरोपी का नाम हमारे लड़के का भी है। उन्होंने बताया कि घटना वाले दिन की कई जानकारी उनको काफी बाद में मिली।
दो आरोपियों रामू और रवि की मां ने कहा कि हमारे दोनों बेटे निर्दोष हैं। इस केस में उनको बाद में फंसाया गया है। चिट्ठी में जो लिखा है, वह सही होगा लेकिन हमने यह नहीं देखा है कि वह कब युवती से मिलने जाते थे और कब नहीं जाते थे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस केस के मुख्य आरोपी संदीप ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) को चिट्ठी लिखकर खुद को बेकसूर बताया है और दावा किया है कि पूरा मामला ऑनर किलिंग का है। संदीप का कहना है कि इस मामले में हम निर्दोष हैं। मेरे रिश्तेदार रवि और रामू को भी फंसाया गया। इसके साथ ही लवकुश का नाम भी डाला गया है। हम चारों निर्दोष हैं और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं। हाथरस जेल अधीक्षक ने चिट्ठी लिखे जाने की पुष्टि की है। अभी तक एसपी की ओर से कोई बयान नहीं आया है।