माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में उपचुनाव भी कराये जा सकते हैं। कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव कराये जाने को लेकर चुनाव आयोग जल्द ही गाइडलाइन जारी करेगा।
कोरोना संक्रमण के दौरान चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग व्यापक स्तर पर तैयारी कर रहा है। पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की संख्या को सीमित करने के लिए अतिरिक्त बूथ बनाये जाने की तैयारियां की जा रही हैं। जिससे सुनिश्चित हो सके कि एक बूथ पर एक हज़ार से अधिक मतदाता न जमा हो सकें। वहीँ फ़िलहाल यह भी सामने आया है कि बिहार में विधानसभा चुनाव एक से अधिक चरण में हो सकते हैं।
वहीँ चुनाव प्रचार के तरीके को लेकर चुनाव आयोग जल्द ही गाइडलाइन जारी करेगा। वहीँ सूत्रों की माने तो चुनाव आयोग बड़ी जनसभाओं के आयोजन की जगह रोड शो और नुक्क्ड़ सभाएं कराये जाने की अनुमति दे सकता है।
कोरोना काल में चुनाव प्रचार के तरीके को लेकर चुनाव आयोग राजनैतिक दलों और राज्य निर्वाचन आयोग के सदस्यों से सुझाव ले चूका है। पिछले दिनों बिहार में चुनाव आयोग द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में चुनाव प्रचार के लिए वर्चुअल रैलियों के आयोजन के प्रस्ताव को विपक्षी दलों के नेताओं ने ख़ारिज कर दिया था।
सूत्रों की माने तो चुनाव आयोग प्रचार के लिए रेडियो, टीवी, समाचार पत्रों,एसएमएस कैंपेन और सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर कुछ रियायतें दे सकता है। साथ ही प्रचार के लिए नुक्क्ड़ सभाओं के आयोजन की अनुमति दे सकता है। सूत्रों ने कहा कि चूंकि बड़े नेताओं की रैलियों में अधिक भीड़ जुटती है, इसलिए चुनाव आयोग बड़े नेताओं की जनसभा आयोजित करने की जगह वर्चुअल रैलियों के आयोजन की शर्त रख सकता है।सूत्रों ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए बूथों पर थर्मल टेस्टिंग, सेनेटाइजर के इस्तेमाल के अलावा सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर ईवीएम की संख्या बढ़ाई जा सकती है।