सूत्रों की माने तो राज्यपाल कालराज मिश्र ने सोमवार से विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए कहा है। सूत्रों के अनुसार राज्यपाल ने इस बात से भी इनकार किया है कि वह जानबूझकर विधानसभा सत्र बुलाने में देरी कर रहे थे।
इसके अलावा राज्यपाल ने यह भी निर्देश दिया कि अगर सत्र के दौरान विश्वासमत हासिल करने की नौबत आती है तो ऐसी परिस्थिति में सारे कार्य संसदीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव की उपस्थिति में की जाए और साथ ही पूरी कार्यवाही की वीडिया रिकॉर्डिंग करायी जाए। इसके अलावा विश्वास मत के लिए तो वोटिंग कराया जाए उसमें हां या न के बटन के साथ ही कराया जाए। इसके अलावा राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि विश्वास मत का लाइव प्रसारण किया जाए।
इससे पहले आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उन्होंने रविवार को पीएम मोदी को फोन पर राजस्थान मामले की जानकारी दी है। गहलोत ने कहा कि ‘मैंने कल प्रधानमंत्री के साथ बात की और उन्हें राज्यपाल के व्यवहार के बारे में बताया। मैंने उनके साथ उस पत्र के संबंध में भी बात की जो मैंने उन्हें सात दिन पहले लिखा था।’
दूसरी तरफ आज कांग्रेस ने राजस्थान मामले को लेकर देशभर के राज्यों में राज्यपाल आवास के समक्ष प्रदर्शन किये। पार्टी ने कल ही साफ़ कर दिया था कि अब राजस्थान मामले में लड़ाई सड़क पर लड़ी जायेगी।